बेडरूम के लिए वास्तु टिप्स: नवविवाहित जोड़े का कमरा कैसा हो, जानें वास्तु टिप्स

नवविवाहित जोड़े का कमरा

नवविवाहितों के कमरे का वास्तुशास्त्र के हिसाब से सजावट करना एक महत्वपूर्ण कदम है जो उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की भावना लाता है। नवविवाहित जोड़े के का कमरा डिज़ाइन उनके आने वाले जीवन को सजीव और खास बनाने में मदद कर सकता है। नवविवाहित जोड़े का कमरा, जिसे ‘शुभ-कमरा’ भी कहा जाता है, एक अद्वितीय और खास जगह होती है जो दोनों पार्टनर्स के बीच एक साथीपन और समर्थन का माहौल पैदा करती है।

  1. कमरे की दिशा: नवविवाहित जोड़े के कमरे की दिशा का महत्वपूर्ण होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, नवविवाहितों के कमरे को दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह दिशा प्रेम और सुख को बढ़ावा देती है और जोड़े के बीच की संबंधों को मजबूती प्रदान करती है। अगर यह व्यवस्था संभव नहीं होती है, तो सिर की दिशा को पूर्व में रखना भी एक विकल्प हो सकता है।
  2. बिस्तर का चयन: बिस्तर का चयन भी महत्वपूर्ण है। नवविवाहित जोड़ों को लकड़ी के बिस्तर का चयन करना चाहिए, क्योंकि लकड़ी में गर्म ऊर्जा होती है और यह जोड़े को आपसी सम्बन्ध में मदद कर सकती है। बिस्तर में बॉक्स न होना और सिंगल गद्दा होना भी उपयुक्त है। बिस्तर पर कोई भी नुकीली चीज नहीं होनी चाहिए।
  3. रंगों का चयन: कमरे की दीवारों को सजाने में रंगों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। लाल रंग को वास्तुशास्त्र में प्रेम और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए लाल रंग का उपयोग सुधारता है और जोड़े के बीच में प्रेम बढ़ाता है। हालांकि, लाल रंग का अधिक प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भधारण करने की योजना बना रह सकता है।
  4. दूर्जन सामग्री: कमरे में दूर्जन सामग्री को हटा देना चाहिए। वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि दूर्जन सामग्री से गृह की ऊर्जा को प्रभावित किया जा सकता है और यह जीवन को अस्तित्व की ओर ले जा सकता है।
  5. तस्वीरें और आभूषण: कमरे में खुशियों और समृद्धि की भावना को बढ़ावा देने के लिए नवविवाहित जोड़े अपनी तस्वीरें और आभूषण सजाने में रुचि रख सकते हैं। इससे कमरा अधिक आत्मीय और सुरम्य बनता है।
  6. ध्यान देने योग्य बातें: नवविवाहित जोड़ों को अपने कमरे को सजाने में ध्यान देने योग्य बातें जानने के लिए वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर है। वे आपको व्यक्तिगत आवश्यकताओं के हिसाब से सुझाव देंगे और एक शांतिपूर्ण और सुखद वातावरण बनाने में मदद करेंगे।
  7. गर्भधारण की योजना: यदि नवविवाहित जोड़ा गर्भधारण की योजना बना रहा है, तो बिस्तर की दिशा और सामग्री का चयन भी विशेष ध्यान देने योग्य है। इस मामले में भी वास्तुशास्त्र के सुझावों का पालन करना उपयुक्त हो सकता है।
  8. प्रकृति के साथ संबंध: कमरे में प्रकृति से संबंधित तत्वों को शामिल करना भी उपयुक्त है। पौधों, फूलों, या एक प्रिय चित्र के माध्यम से जोड़े को प्राकृतिक और शानदार वातावरण का आनंद लेने में मदद मिल सकती है।
  9. पौधे और तस्वीरें:
  10. बेडरूम में मनी प्लांट, लिली प्लांट, लैवेंडर का पौधा, और बैम्बू प्लांट रखना वास्तुशास्त्र के अनुसार शुभ है। इन पौधों से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और बेडरूम की आवासीय सुधरती है। तस्वीरों में दोस्तों और बुजुर्गों की जगह अपने पारिवार की तस्वीरें रखना चाहिए, जो प्रेम और समर्थन का प्रतीक होती हैं।
  11. इन सभी वास्तुशास्त्रीय सुझावों का अनुसरण करके, बेडरूम को सुखद और पॉजिटिव ऊर्जा से भर देने में सहायता हो सकती है। व्यक्ति और परिवार के बीच समर्थन और समंजस्या को बढ़ावा देने वाले इस वातावरण में, व्यक्ति अपने वैवाहिक और पारिवारिक जीवन को सुखद बना सकता है।

इन सुझावों का पालन करते हुए नवविवाहित जोड़ा अपने कमरे को एक सुंदर और शुभ स्थान बना सकता है जो उनके जीवन के नए पड़ाव की शुरुआत को एक खासी और यादगार बना सकता है।

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Saurabh Verma

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