वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए बैठक रूम, ये 10 टिप्स नहीं अपनाएं तो होगा भारी नुकसान

भारत देश एक ऐसा देश है जहां सुबह की शुरुआत सूर्य दर्शन से और शाम, संध्या आरती से होती है। यहां की संस्कृति और परंपराएं अद्वितीय हैं, जो हर पहलू में दिखती हैं। यहां घर की नींव से लेकर गृह प्रवेश तक सब कुछ वास्तु शास्त्र के अनुसार किया जाता है। बैठक रूम, जिसे हम लिविंग रूम भी कहते हैं, इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

बैठक रूम का सांस्कृतिक महत्व

बैठक रूम एक ऐसा स्थान है जहां पूरा परिवार एकत्रित होता है। यहां पर परिवार के सदस्य दिनभर की थकान को मिटाने के लिए बैठते हैं और आपस में विचार-विमर्श करते हैं। पंडित मोहन लाल द्विवेदी के अनुसार, यह बैठक रूम परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य और संबंधों को मजबूत करने का केंद्र होता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार बैठक रूम की सजावट

वास्तु शास्त्र के अनुसार, बैठक रूम की सजावट और व्यवस्था बहुत महत्वपूर्ण होती है। सही दिशा, रंग और सजावट से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो परिवार के सदस्यों के जीवन में सुख-शांति लाता है। आइए, जानते हैं कुछ मुख्य बिंदु:

दिशा और स्थान

वास्तु शास्त्र के अनुसार, बैठक रूम का उत्तर-पूर्व दिशा में होना सबसे शुभ माना जाता है। इससे प्राकृतिक प्रकाश का अधिकतम लाभ मिलता है और यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होती है। यदि यह संभव न हो तो उत्तर या पूर्व दिशा में भी बैठक रूम बना सकते हैं।

रंगों का महत्व

बैठक रूम के लिए हल्के और शांत रंगों का चयन करना चाहिए। सफेद, क्रीम, हल्का नीला या हरा रंग इस बैठक रूम के लिए उपयुक्त होते हैं। ये रंग मन को शांति प्रदान करते हैं और सकारात्मक माहौल बनाते हैं।

फर्नीचर और सजावट

फर्नीचर का चयन करते समय ध्यान रखें कि वह आरामदायक और उपयोगी हो। बैठक रूम में सोफा, कुर्सी, सेंटर टेबल आदि का सही जगह पर होना आवश्यक है।

रोशनी और वेंटिलेशन

बैठक रूम में प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन का ध्यान रखना चाहिए। बड़ी खिड़कियां और दरवाजे इससे मददगार होते हैं। यदि प्राकृतिक रोशनी कम हो तो हल्की और चमकीली लाइट्स का उपयोग करें। यह बैठक रूम को उज्जवल और खुला बनाता है।

सकारात्मक ऊर्जा के लिए टिप्स

सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए बैठक रूम में भगवान की मूर्ति या तस्वीर, जलते दीपक, अगरबत्ती और सुगंधित मोमबत्तियों का उपयोग कर सकते हैं। इससे वातावरण शुद्ध और सकारात्मक बनता है।

निष्कर्ष

बैठक रूम एक ऐसा स्थान है जो परिवार के हर सदस्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। यहां बिताए गए पल जीवनभर याद रहते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार सजावट और व्यवस्था करके हम इस बैठक रूम को और भी सुखद और सकारात्मक बना सकते हैं।

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Saurabh Verma

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